बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को अपने कदमों में झुकाने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब संबोधन किया तो उनकी बातों में आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। भाषण शुरू करते ही उन्होंने सीधे केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपने निशाने पर लिया। मोदी ने कहा कि हर बात पर सरकार गठबंधन की आड़ में बचने की फिराक में लगी रहती है।
केंद्र पर झूठे वादे करने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ राज्यों की मेहनत पर ऐश कर रही है केंद्र सरकार। देश में बिजली की समस्या पर मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण देश में बिजली की कमी है, साथ ही कोयला घोटाले की वजह से देश में बिजली की कमी हो गई है।
एनसीटीसी की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि एनसीटीसी राज्यों से अधिकार छीनने की साजिश है और राज्यों के अधिकार छीने जा रहे हैं। मोदी ने केंद्र पर संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया।
एनसीटीसी की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि एनसीटीसी राज्यों से अधिकार छीनने की साजिश है और राज्यों के अधिकार छीने जा रहे हैं। मोदी ने केंद्र पर संघीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने का भी आरोप लगाया।
सेना प्रमुख की उम्र पर पिछले दिनों हुए विवाद की चर्चा करते हुए मोदी ने सरकार पर सेना से भिड़ने का आरोप भी लगाया। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री अक्सर सरकार की उपलब्धियां गिनवाते रहते हैं लेकिन वास्तव में सरकार के पास विकास का कोई मॉडल नहीं है। मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद से निपटने में केंद्र सरकार नाकाम रही है।
अब ग़ौर करने वाली बात यह है कि ठगी का प्रतीक बन चुके निर्मल बाबा वैसे तो उनके खिलाफ़ आलेख या रिपोर्ट लिखने वाली वेबसाइटों और मीडिया घरानों को तो नोटिस भिजवा देते हैं, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय ठग घोषित करने के लिए क्या वे नरेंद्र मोदी को भी कानूनी नोटिस भिजवाएंगे?
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