क्या आपका बेटा बेटी लुटेरा - ब्लैकमेलर तो नहीं बन रहा है क्या बॉलीवुड में आने वाले नए लोग कुछ समय बाद ब्लैकमैलेर बन जाते है। जी हां जानकर आपको भी दुःख होगा। जरा गौर करे।
आज कल ऐसा ही हो रहा है। बॉलीवुड में आने वाले कुछ नए चेहरे चाहे मेल हो या फीमेल इस धंदे में उतर आये है। जब इनको काम नहीं मिलता और हार जाते है तो ये लोग ब्लैकमेलर बन जाते है। मजे की बात ये है कि ये लोग अपना ग्रुप बना लेते है जिसमे निचले दर्जे के मेल फीमेल जुड़ जाते है। जो खुद को कभी एक्टर - मॉडल और कभी कास्टिंग डायरेक्टर बताते है वह अपना सम्बन्ध बड़े बड़े लोगो और प्रोडक्शन हाउस से बताते हुए सुने जा सकते है।
कहानी कुछ ये है ये लोग एक्टर और एक्ट्रेस बनने की ललक लेकर अपने घर से निकल जाते है मगर इनकी जेब में ६ से ७ महीनो का खर्चा के अलावा कुछ नहीं होता है। फिर ना काम मिलता है न धाम। दोनों की तलाश में दिन रात टेंशन -डिप्रेस्शन में आ जाते है। पीजी-खाने और घूमने का खर्चा बहुत आता है। ग्रुप बनाकर ये तो लोग शॉपिंग माल , चाय की दुकान , रेस्टोरेंट में बैठे मिल जायेगे। जहा ये लोग नए मुर्गे- मुर्गी की तलाश में लगे रहते है। जहा मुर्गा मिला फिर उसके बाद बलैकमेल करने लगते है। जिससे इनके खर्चे चलने लगते है।
शाम होते ही ग्रुप बनाकर यह लोग शॉपिंग माल , चाय की दुकान , रेस्टोरेंट में मुर्गा दारु -ड्रग्स की तलाश में लग जाते है। कई बार ये लोग ड्रग्स के नशे में भाईगिरी - छिनैती करने से नहीं चूकते है। अभी पिछले महीने ही एक भोजपुरी एक्टर भाईगिरी और छिनैती में जेल गया है। कृपया करके ऐसे लोगो से सावधान रहे। ताकि आप पर डाका नहीं डाल सके।
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