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अस्पताल से घर लौटे यशवंत ने एफबी पर लिखा- डाक्टर ने मदिरा से मुक्ति के लिए कह दिया है!



गुड मॉर्निंग. फोर्टिस की एक युवा महिला डॉक्टर ने रहस्य खोला कि आपको सीने में भारीपन के कारण बार बार अस्पताल में भर्ती होने के पीछे वजह मदिरा है। हर बार ecg में हृदय नॉर्मल आता है। सारा दोष गैस के सिर जाता है। डॉक्टर के मुताबिक मुझे क्रोनिक गैस्ट्रो रोग मदिरा और मिर्च की वजह से है जो बिना मदिरा त्यागे ठीक नहीं हो सकता। मैंने उन्हें बताया कि बीती संध्या को वोदका में बीच से दो पार्ट कटी हुई हरी मिर्च और नींबू मिलाकर सेवन कर रहा था।
उनको बताया कि गैस ठीक करने के लिए दवा का कोर्स कर चुका हूं पर ठीक न हुआ। डॉक्टर का कहना है कि अगर दवा लेने की अवधि में मदिरा सेवन किया तो दवा बेकार जाएगी और मूल समस्या खत्म न होगी। सो, डॉक्टर के सुझाव पर सम्पूर्ण अमल करते हुए प्यारी मदिरा को दुखी मन से दिल से दूर करता हूँ।
दुनिया को दो नजरिए से देखने की दृष्टि मदिरा से ही मिली। मदिरा से लैस दृष्टि के कारण दुनिया को अलग किस्म की उत्तेजना / तरीके से समझा। ऐसा लगता है मुझे कि जैसे हर एक एक जीव को दुनिया को देखने समझने की केवल एक ही सीमित दृष्टि-बुद्धि मिली हुई है, हम मनुष्य दो अलग अलग सेंसेज से प्रकृति को समझ बूझ पाते हैं। एक सेंस तो प्रकृति प्रदत्त है, दूसरा मनुष्य द्वारा प्रकृति के संसाधनों से सृजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्रियेटर पेय उर्फ मदिरा से निर्मित सेंस है।
हम मदिरोचित दृष्टि से दुनिया को जैसे महसूसते / पाते हैं और उसमें खुद को जिस उदात्तता / सक्रियता / तटस्थता से लिप्त-निर्लिप्त देखते हैं, वो अवस्था अगर आप बिना मदिरा लिए भी इस दुनिया के प्रति अपने व्यवहार सोच समझ में हासिल कर लें तो फिर मदिरा की ज़रूरत ही क्या। माध्यम से मंजिल हासिल हो जाए तो फिर माध्यम से मुक्त हुआ जा सकता है। सो, अपन डॉक्टर की बात मानेंगे। फुल बॉडी चेकअप की रिपोर्ट आनी शेष है। कुछ न मिलेगा उन्हें उसमें भी क्योंकि मुझे हर वक़्त फील होता है, जीवन तो अब शुरू हुआ है, उम्र तो जीरो से अब गिनने का वक़्त आया है। इससे पहले मैं न जी रहा था, मुझमें एक रोबोट जी रहा था, अपने प्री प्रोग्राम्ड कमांड के अनुरूप दिन-रात काटते।
प्रेस क्लब इलेक्शन मेरे लिए एक सामान्य इंटरेक्शन की परिघटना है। हार जीत दुनियावी शब्द है। हम न हारते न जीतते हैं। बस इवॉल्व होते हैं। आप सबका प्रेम अभिभूत करने वाला है।
जै जै
यशवंत
भड़ास के एडिटर यशवंत की एफबी वॉल से.
Sabhar- Bhadas4media.com