हकीकत में जिन्दगी में दोस्त दो या चार ही होते है जिन्दगी के हर मोड़ पर काम आते है सामाजिक साईट के दोस्त काम आते है भाई मेरी लिस्ट में २५०० की कतार पैदा हो गयी है
उसमे से कितने चूतिया असली है कितने नकली यह तो मै भी सही से नहीं जनता हु
खैर जब मैंने अपने में असली दोस्ती की गिनती करनी चाहिए तो मेरा माथा ठनक गया . साला ये लफड़ा क्या है चुतियो की सख्या दिन व दिन बढ रही है जिस पर मुझे शक था सभी बाय बाय कर दिया .
इसलिए जरा जान पहचान वालो को अपनी फेसबुक में जोड़े और चुतियो को लिस्ट से आउट करे नहीं तो फर्जी मित्र आपका भेद जान सकता है जिसका वह कभी भी फायदा ले सकता है
सुशील गंगवार
मीडिया दलाल .कॉम