इससे पहले बुधवार को पुलिस ने कांडा की एयरलाइंस कंपनी एमडीएलआर [मुरलीधर लेखराज ग्रुप] की महिला अधिकारी अरुणा चड्ढा, लीगल एडवाइजर अंकित अहलूवालिया समेत दस कर्मियों से घंटों पूछताछ की। डीसीपी नार्थ-वेस्ट पी करुणाकरण ने बताया कि गोपाल कांडा ने अपने वकील के माध्यम से पुलिस के समक्ष पेश होने के लिए तीन दिन की मोहलत मांगी, पर उन्हें बुधवार को ही जांच में शामिल होने को कहा गया था। इसके बाद भी हाजिर न होने पर कांडा को गिरफ्तार करने के लिए गुड़गांव, सिरसा व कैथल पुलिस टीमें भेजी गई हैं। पता चला है कि इन इन टीमों ने बुधवार रात कांडा के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। लेकिन कांडा उनकी पकड़ से बाहर हैं।
पता चला है कि मंगलवार को पुलिस कांडा की कंपनी के एक्जीक्यूटिव मंदीप सिंह को गुड़गांव से पूछताछ के लिए दिल्ली लाई थी। मंदीप के नाम पर कांडा ने मोबाइल फोन के तीन सिम कार्ड ले रखे थे, जिससे वह गीतिका व उसके परिजनों को धमकी देते थे। सिम कार्ड की जांच की जा रही है। बुधवार को मंदीप को रोहिणी स्थित महानगर दंडाधिकारी की कोर्ट में बयान दर्ज करवा सरकारी गवाह बना लिया गया है। (जागरण)