Sakshatkar.com- Filmidata.com - Sakshatkar.org

कारपोरेट घरानों का मीडिया, संपादक गौण, मार्केट मैनेजरों के हाथ कमान


संजय राय

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय सचिव एवं हरियाणा यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स के प्रदेशाध्यक्ष संजय राठी ने कहा है कि आज राष्ट्रीय, प्रादेशिक और क्षेत्रीय स्तर पर मीडिया की भूमिका अहम हो गई है। ऐसे में मीडियाकर्मियों को निष्पक्ष पत्रकारिता करनी चाहिए। वे लीड इंडिया पब्लिसर्स एसोसिएशन की ओर से नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित वार्षिक अधिवेशन में बोल रहे थे। इस अधिवेशन में भारतीय प्रेस परिषद के चेयरमैन पूर्व जस्टिस मारकंडेय काटूज मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और आज लोग न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका से ज्यादा पत्रकारिता पर भरोसा करते हैं। आज भी अखबारों और टेलीविजन की खबरों पर धार्मिक ग्रंथों के शब्दों पर विश्वास किया जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत में पत्रकारिता में साल दर साल परिवर्तन हुआ है। आजादी के 65 साल में इस क्षेत्र में बड़े परिवर्तन हुए हैं। नब्बे के दशक में सेटेलाइट टेलीविजन ने दस्तक दी। फिर चौबीस घंटे समाचार देने वाले चैनल आए। इसी दौर में इंटरनेट आया और अब न्यू मीडिया अर्थात वेब जर्नलिज्म ने अपनी जगह बना ली है। बदलाव के इसी दौर में पत्रकारिता के क्षेत्र में भी दिन प्रतिदिन गिरावट आ रही है, जो चिंता का विषय है। आजादी के समय पत्रकारिता मिशन थी, लेकिन अब यह व्यवसाय हो गई है। आज बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों ने इस क्षेत्र में कदम रख दिया है। जिनका उद्देश्य सिर्फ पैसा कमाना है। वहीं, मीडिया में अब संपादकीय विभाग भूमिका गौण हो गई है और उसका स्थान मार्केटिंग विभाग ने ले लिया है। ऐसे में समाचार पत्र प्रकाशकों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने कहा कि लीड इंडिया पब्लिसर्स एसोसिएशन ने देश भर के प्रकाशकों को सांझा मंच प्रदान करने का कार्य किया है, जो सराहनीय है। यह वह प्रकाशक हैं, जो आज भी विपरीत परिस्थितियों में अपने समाचार पत्रों का प्रकाशन कर रहे हैं। उन्होंने इस कार्य के लिए एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष सिंह को बधाई दी। समारोह में संजय राठी को स मानित भी किया गया। इस अवसर पर जर्मन नौकरशाह जूलियाना ग्लोकलर, सुदर्शन टीवी के चेयरमैन सुरेश चवहानके, एसोसिएशन के पंजाब अध्यक्ष संजय राय भी प्रमुख रूप से मौजूद थे।