Vivek Satya Mitram : एक बात तय है, अगर डौंडियाखेड़ा में हो रही खुदाई से फाइनली सोना निकल गया तो...मेरी जिंदगी में कुछ चीजें हमेशा के लिए बदल जाएंगी....जिनपे मुझे यकीन नहीं रहा कभी मसलन -
1. मैं ये मान लूंगा कि ये सृष्टि भगवान टाइप किसी महान 'शख्स' ने बनाई है, जो दरअसल इंसानी रुप में दिखता है और लोग उसे देवता मानते हैं। उसके नाम पर जान देने या लेने को तैयार रहते हैं।
2. मैं ये भी मान लूंगा कि भूत, डायन और चुड़ैल जैसी चीजें भी होती हैं जिनसे मुझे कभी डर नहीं लगा। ज़ाहिर तौर पर डरना भी शुरु कर दूंगा।
3. मैं ये भी मान लूंगा कि अश्वस्थामा और हनुमान जी जैसे लोग आज भी जिंदा हैं क्योंकि वो कभी मर नहीं सकते। बहुत मुमकिन है जब मैं ये सब लिख रहा होऊं ये लोग मेरे जस्ट बगल वाली सीट पर बैठकर अपने होने पर सवालिया निशान लगाने को लेकर बेहद क्रोध में हों।
4. मैं ये भी मान लूंगा कि हम उसी कलियुग में जी रहे हैं, जिसमें न जाने कौन से चरण में पापियों का नाश करने के लिए भगवान कल्कि का अवतार होगा जिनकी यूएसपी उनका सफेद घोड़ा होगा...ऐसे दौर में जब लोग बुगुती, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और लिमोजिन में चलने के ख्वाब देखते हैं...भगवान कल्कि सफेद घोड़े पर चलकर एक नया ट्रेंड सेट करेंगे।
5. मैं ये भी मान लूंगा कि मैं इस जन्म में इंसान बना क्योंकि मैंने पिछली सात करोड़ योनियों में बहुत अच्छे कर्म किए जब मैं कीड़ा मकोड़ा, अमीबा और भी ना जाने किस किस रुप में पैदा हुआ होउंगा...
ये तमाम विचार मेरे हैं। निहायत ही निजी हैं। अभी तक तो मैं ऐसे ही सोचता हूं पर निश्चित तौर पर एक दिन डौंडियाखेड़ा में सोने की खुदाई करा रही सरकार मेरा हृदय परिवर्तन करा पाने में सफल होगी। मैं ऐसा मानकर चल रहा हूं
2. मैं ये भी मान लूंगा कि भूत, डायन और चुड़ैल जैसी चीजें भी होती हैं जिनसे मुझे कभी डर नहीं लगा। ज़ाहिर तौर पर डरना भी शुरु कर दूंगा।
3. मैं ये भी मान लूंगा कि अश्वस्थामा और हनुमान जी जैसे लोग आज भी जिंदा हैं क्योंकि वो कभी मर नहीं सकते। बहुत मुमकिन है जब मैं ये सब लिख रहा होऊं ये लोग मेरे जस्ट बगल वाली सीट पर बैठकर अपने होने पर सवालिया निशान लगाने को लेकर बेहद क्रोध में हों।
4. मैं ये भी मान लूंगा कि हम उसी कलियुग में जी रहे हैं, जिसमें न जाने कौन से चरण में पापियों का नाश करने के लिए भगवान कल्कि का अवतार होगा जिनकी यूएसपी उनका सफेद घोड़ा होगा...ऐसे दौर में जब लोग बुगुती, मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और लिमोजिन में चलने के ख्वाब देखते हैं...भगवान कल्कि सफेद घोड़े पर चलकर एक नया ट्रेंड सेट करेंगे।
5. मैं ये भी मान लूंगा कि मैं इस जन्म में इंसान बना क्योंकि मैंने पिछली सात करोड़ योनियों में बहुत अच्छे कर्म किए जब मैं कीड़ा मकोड़ा, अमीबा और भी ना जाने किस किस रुप में पैदा हुआ होउंगा...
ये तमाम विचार मेरे हैं। निहायत ही निजी हैं। अभी तक तो मैं ऐसे ही सोचता हूं पर निश्चित तौर पर एक दिन डौंडियाखेड़ा में सोने की खुदाई करा रही सरकार मेरा हृदय परिवर्तन करा पाने में सफल होगी। मैं ऐसा मानकर चल रहा हूं
जिया न्यूज से जुड़े पत्रकार विवेक सत्य मित्रम के फेसबुक वॉल से.