जब चैनल का मालिक ही चैनल का संपादक हो तो ओवी वैन पर खुद की फोटू क्यों न लगाए... आखिर घर की मुर्गी साग बराबर ही तो होती है...
पर बुरा हो मुएं उन पत्रकारों-कर्मचारियों का जिन्हें ये नहीं दिख रहा कि मालिक का मुंह आंख चेहरा कट कुटा गया है... कम से कम मालिक के चेहरे को तो पोंछ पांछ चमका के रखना चाहिए... आखिर स्वामिभक्ति, लायल्टी, निष्ठा भी तो कोई चीज है...
देखिए भला, मालिक का क्या हाल हो रखा है... आंख पर काली पट्टी बंधी तराजू वाली न्याय की देवी लग रहा है...
जय हो
Yashwant Singh facebook wall se sabhar lekar .. ...
