फिल्मो और टीवी में आना अचानक हुआ------अमित शुक्ला
जिंदगी में कभी सोचा नहीं था एक्टर बनूगा। फिल्मो और टीवी में आना अचानक हुआ। घर वाले चाहते थे मै डिफेन्स में जाऊ. मेरी फैमिली में लोग डिफेन्स में है। मैंने मारवाह इंस्टिट्यूट से एक्टिंग की पढाई की है। अब तक मेरी फिल्म किक , वॉर छोड़ न यार , रावण , शूट आउट बडाला ,स्पेशल २६ , अटैक ऑफ़ २६/११ सत्या २ , वन बाई टू , प्यार का फंडा , इक्कीस टोपो की सलामी आदि।
मेरी आने फिल्म हीरो , ट्रैफिक , दिल दोस्ती डॉट और ? है , इसके अलावा मैंने सावधान इंडिया , पुलिस फाइल , मिस कौशिक की पांच बहुएं , बड़की मल्किान आदि किया है। बॉलीवुड में फिल्मी ट्रेनिंग बहुत जरुरी है। अगर आप किसी फिल्म स्कूल पढ़ने की जगह किसी प्रोडक्शन हाउस से जुड़कर काम करते है तो आपको दो फायदा होगा, एक तो आप काम सीखते है दूसरा आप अपने पैसे बचा लेते हो।
कृपा करके आप शौक न पाले , जो करना है करे और परफेक्ट करे। ये ही आपको सफलता की तरफ ले जायेगा। अगर आपको टैलेंट पर भरोसा है तो आपको काम मिल जायेगा। . कभी भी ऑडिशन बेकार नहीं जाता है। इस लिए ऑडिशन देते रहे। आज कल कास्टिंग डायरेक्टर की मोनोपोली हो रही है। वो अपनी मर्जी से काम करने लगे है। इसमे एक अच्छा एक्टर दब जाता है। उसे काम नहीं मिलता है। वो अपने चाहने वालो को काम दे देते है।
ईगो मत पालो , ऐटीट्ूट पालो। अपने आप पर भरोसा रखे। मुंबई बहुत सेफ है। जहा अपने सपनो को साकार कर सकते है। अगर आप अच्छे एक्टर है तो आपको कोम्प्रोमाईज़ करने की जरुरत नहीं है। मेरे आइडियल अमिताभ बच्चन जी है। जिंदगी में एक रोल कौन और अक्स जैसा करना चाहता हु।
This interview taken by Editor Sushil Gangwar for Sakshatkar.com - Mediadalal.com