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मुलायम ने कहा-घोटाले की सरकार

मुलायम ने कहा-घोटाले की सरकार

कोलकाता.मुलायम सिंह यादव ने केन्द्र सरकार पर पलट्वार किया है. कहा है कि उनकी समाजवादी पार्टी विपक्ष में है और इस नाते वह अपनी भूमिका को पूर्णता के साथ निभाएगी. सपा संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन देने वाली प्रमुख पार्टी है. केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए मुलायम ने कहा कि यह 'दिशाहीन' है. उन्होंने कहा, 'इतने घोटाले हो रहे हैं. इतना भ्रष्टाचार है. हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा.' लगातार हो रहे घोटालों के चलते देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई है,. केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से देश किस दिशा में जा रहा है ये किसी को पता नहीं चल पा रहा है. मुलायम सिंह यादव कल से समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सिलसिले में कोलकाता में हैं.यूपीए सरकार में कई घोटाले हो रहे हैं जो चिंता का कारण है। उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ नहीं है लेकिन यूपीए सरकार में जो घोटाले हो रहे है उसके खिलाफ जरूर है। उन्होंने कहा कि हम सरकारी नीतियों के खिलाफ है जिससे अर्थव्यवस्था की गाड़ी पर पटरी पर नहीं दौड़ रही है.सपा संप्रग सरकार को बाहर से समर्थन दे रही महत्त्वपूर्ण घटक दल है. कोलकाता में बैठक बुलाने के पीछे सपा की कोशिश पश्चिम बंगाल में जगह तलाशने की मानी जा रही है। पार्टी ने हाल ही में वरिष्ठ नेता किरनमय नंदा को उप्र से राज्यसभा का सदस्य भी बनाया है। नंदा पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

सपा की यह बैठक उप्र के नजरिये से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह ऐसे वक्त पर हो रही है, जब अखिलेश सरकार के छह माह पूरे हो रहे हैं। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने सरकार को कसौटी पर कसने के लिए छह माह का ही समय दिया था। ऐसे में सपा की कोशिश यूपी की अपनी सरकार की उपलब्धियों के सहारे लोकसभा में अपनी ताकत में भरपूर इजाफा करने की रहेगी। वैसे भी मुलायम सिंह यादव कार्यकर्ताओं को यूपी में लोकसभा की साठ सीटों पर जीत का लक्ष्य देते रहे हैं।
सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि जायसवाल ने संप्रग-2 में मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण करते ही पहले एक घंटे में तीन कोयला ब्लॉकों का आवंटन कर दिया। इससे पता चलता है कि सब कुछ पूर्व नियोजित था और जायसवाल ने सब जानते-समझते हुए दस्तखत किए जबकि कोयला मंत्री जायसवाल ने इस तरह के किसी आवंटन से इन्कार किया है।
sabhar- datelineindia.com