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सवाल पूछने पर भड़के भूपेन्द्र हुड्डा ने मीडियाकर्मियों से बदसलूकी की

हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा हाल ही सम्पन्न सरकारी नौकरियों में भर्ती में उनके रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाये जाने के सवालों पर मीडिया पर भड़क गये. मीडिया के सवालों से नाराज मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ बदसलूकी की. इस मामले में पुलिस और प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री का जमकर साथ दिया.
 
मुख्यमंत्री आज अंबाला में हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष फूलचंद मुलाना के घर एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. वहां पर पत्रकार उनसे सवाल कर रहे थे इसी बीच एक पत्रकार ने मुख्यमंत्री से एचसीएस भर्ती में उनके रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने पर जवाब मांगा. इतना सुनते ही हुड्डा तिलमिला गये और रिश्तेदारों का नाम पूछने लगे. इसके बाद मुख्यमंत्री अपना आपा खो बैठे और पत्रकार के साथ बदसलूकी शुरू कर दी. वे मीडिया को कैमरा ठीक से चलाने और पहले तजुर्बा लेने की सीख देने लगे.
 
इसी बीच जब पत्रकार ने रिश्तेदारों के नाम बताना शुरू किया तो पुलिस वाले तुरन्त उसे खींचकर पीछे ले गये. इसके बाद मुख्यमंत्री को अहसास हुआ कि पत्रकार के पास सच में नाम है तो उनके सुर कुछ नरम पड़े और उन्होंने संवाददाता को आगे बुलाकर सफाई दी. उन्होंने कहा कि जिस गायत्री हुड्डा का नाम लिया जा रहा है वह उनकी रिश्तेदार नहीं है और ना ही उनके गांव की है. इस तरह से ना जाने कितने लोग उनके रिश्तेदार बन जायेंगे.
 
मामला हरियाणा में हाल ही में हुई एचसीएस की भर्ती से जुड़ा हुआ है जिसमें सीएम के रिश्तेदारों व खास लोगों का बड़ी संख्या में चयन हुआ है. इनमें सीएम के कजिन और राजेन्द्र हुड्डा की बेटी गायत्री हुड्डा, सीएम के भाई इंदर सिंह हुड्डा की साली की पोती मीनाक्षी दहिया, हरियाणा के लोकसेवा आयोग के चेयरमैन मनबीर भड़ाना की बेटी राधिका, एचसीएम के ओएसडी एमएस चोपड़ा की बेटी एकता चोपड़ा, बिजली मंत्री कैप्टन अजय यादव के दामाद रोहित यादव, विधायक बीबी बतरा की भांजी गौरी मिड्ढा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साढ़ू गौरव अंतिल समेत कई कैंडीडेट्स ऐसे हैं, जिनके हरियाणा सरकार में बैठे लोगों से करीबी रिश्ते हैं. इंडस्ट्रियल प्लाटों की आपसी बंदरबांट के बाद हरियाणा सरकार अब सरकारी नौकरियां भी अपनों को बांटने में जुट गई है. 
 
हरियाणा भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज ने इस मामले पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि अंधे रेवड़ियां अपनो को ही बांट रहे हैं और पत्रकारों के सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री का भड़क जाना साबित करता है कि दाल में जरुर कुछ काला है. अनिल विज ने कहा कि पत्रकारों से बदसलूकी करने पर मुख्यमंत्री को पत्रकार समाज से माफी मांगनी चाहिए.

Sabhar- Bhadas4media.com