लगातार निगरानी में हु प्रत्यक्ष नहीं बल्कि अप्रत्यक्ष । मेरे सारे कम्प्यूटर ,मोबाइल ,टैबलेट सब जो नेट से कनेक्ट है ,उनकी निगरानी किसी हैकर या सरकारी तन्त्र द्वारा की जा रही है। कोई प्रत्यक्ष सामने नहीं आ रहा है। दो - तिन साल पहले भी ऐसा हुआ था। प्रायवेट व्यक्ति की पहुच सेवा उपलब्ध कराने वाले सर्विस प्रोवाईडर तक नहीं हो सकती । मैंने कुछ पोस्ट किये शायद वे कारण हो । सरकारी एजेंसिया मुझे किसी बैन संगठन से जुडा समझ रही हो। या फिर दो इमेल । एक तुर्की के दिल्ली स्थित दूतावास को जिसमे वहा की सरकार को कुरदीश लड़ाके जो ISIS से लड़ रहे है, उन्हें मदद पहुचने से रोकने के लिए लताड़ा था और दूसरा इरान के दूतावास को जिसमे रिहाना को फांसी देने की कठोर शब्दों में आलोचना की थी। हालांकि इससे कुछ होनेवाला नहीं है क्योकि मै जुझारू हु । पारदर्शी हु। जब कुछ छुपाने के लिए न हो तो फिर डरने का सवाल कहा उठता है।
आप लिख सकते है जो मैंने यहाँ लिखा है उसपर।
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